सारण में थोक दुकान की आड़ में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़

सारण में थोक दुकान की आड़ में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़

सारण में थोक दुकान की आड़ में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़: स्थानीय लोगों की शिकायत पर पुलिस ने दुकान सील की, आरोपी फरार

सारण जिले में देह व्यापार के मामलों का सामने आना कोई नई बात नहीं है. पहले भी कई बार होटलों, विवाह भवनों और घरों में ऐसे मामले उजागर हुए हैं, जिन पर पुलिस ने कार्रवाई भी की है. हाल ही में, शहर के नगर थाना क्षेत्र के शिल्पी पोखरा के पास एक ऐसा ही मामला सामने आया है. यहाँ एक थोक दुकान की आड़ में देह व्यापार का धंधा चलाया जा रहा था.

दुकान की आड़ में चल रहा था सेक्स रैकेट

जानकारी के अनुसार, यह दुकान अक्सर बंद रहती थी क्योंकि इसका कारोबार ठीक से नहीं चल रहा था और कर्ज भी था. इसे केवल सर्फ की सप्लाई के लिए ही खोला जाता था. लेकिन, इस दुकान की आड़ में पिछले एक साल से सेक्स रैकेट का धंधा फल-फूल रहा था. मोहल्ले के लोग इस बात से त्रस्त थे, लेकिन सब यही सोच रहे थे कि “बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधेगा.”

बताया जा रहा है कि इस दुकान को शहर के नगर थाना क्षेत्र के गांधी चौक मोहल्ला निवासी दीपू कुमार ने किराए पर लिया था. यहाँ सर्फ का थोक कारोबार किया जाता था. लेकिन, कारोबार में घाटा होने के बाद दीपू ने इसकी आड़ में देह व्यापार का धंधा शुरू कर दिया. पहले मोहल्ले वालों ने मिलकर दीपू को समझाया-बुझाया और इस शर्त पर मामले को दबा दिया कि वह इस धंधे को आगे नहीं करेगा. लेकिन, दीपू ने सेक्स रैकेट का धंधा जारी रखा. इससे परेशान होकर मोहल्ले वालों ने हंगामा करना शुरू कर दिया, जिसके बाद लड़का-लड़की और दुकानदार आनन-फानन में दुकान बंद कर अपनी बाइक और सर्फ के कुछ बोरे सड़क पर ही छोड़कर शिल्पी पोखरा के रास्ते भाग निकले.

हंगामे के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को किया फोन

मोहल्ले वालों के हंगामे के बाद डायल 112 पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद नगर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची. लेकिन, जब तक पुलिस वहां पहुंची, तब तक आरोपी दुकान में ताला बंद कर भाग चुके थे. हालांकि, सर्फ के कुछ बोरे और दीपू की बाइक सड़क पर ही पड़ी थी, जिसे वे जल्दबाजी में छोड़ गए. नगर थाना अध्यक्ष संजीव कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन घर में ताला बंद होने के कारण कार्रवाई आगे नहीं बढ़ सकी.

उस दौरान मकान मालिक को भी फोन किया गया, लेकिन उनके छपरा से बाहर होने के कारण ताला नहीं तोड़ा जा सका. अंततः पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से वहां एक और ताला लगा दिया, ताकि मकान मालिक के पहुंचने के बाद सबके सामने ताला खोला जाए और इस मामले से पर्दा उठ सके. मोहल्ले वालों का दावा है कि वहां से कई आपत्तिजनक सामान भी बरामद होंगे.

मामले की गंभीरता और आगे की कार्रवाई

यह मामला देह व्यापार के अवैध कारोबार की गंभीरता को दर्शाता है. इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है. पुलिस द्वारा दुकान को सील करना और मामले की जांच करना सराहनीय कदम है.

इस घटना से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण पहलू जिन पर ध्यान देना आवश्यक है:

  • जांच की गति: पुलिस को मामले की गहनता से जांच करनी चाहिए और जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ना चाहिए.
  • मकान मालिक की भूमिका: मकान मालिक की इस मामले में क्या भूमिका है, इसकी भी जांच होनी चाहिए. क्या उन्हें इस अवैध गतिविधि के बारे में पता था?
  • स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी: स्थानीय प्रशासन को इस तरह की अवैध गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए और उन्हें रोकने के लिए सक्रिय कदम उठाने चाहिए.
  • जागरूकता अभियान: इस तरह के अपराधों के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाने चाहिए.

इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि समाज में देह व्यापार जैसी अवैध गतिविधियां अभी भी मौजूद हैं, जिन्हें रोकने के लिए सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है. पुलिस, प्रशासन और स्थानीय लोगों को मिलकर काम करना होगा ताकि इस तरह के अपराधों को जड़ से खत्म किया जा सके.

यह घटना एक चेतावनी है कि हमें अपने समाज को सुरक्षित और स्वस्थ बनाए रखने के लिए लगातार प्रयास करते रहने चाहिए. देह व्यापार जैसी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.