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आखिरकार वही हुआ जिसका डर था: बेटी के मंगेतर संग महिला की जिद और परिवार की बेबसी
अलीगढ़ के एक शांत गाँव में जुनून और जिद के आगे संस्कार हार गए। जितेंद्र अपने परिवार के साथ मडराक के गांव मनोहरपुर कायस्थ में रहता था। उसने अपनी बेटी की शादी दादों के मछरिया गाँव के रहने वाले राहुल के साथ तय कर दी थी। 16 अप्रैल को बारात आनी थी, लेकिन इससे पहले ही कुछ ऐसा घटा जिसकी आहट परिवार को पहले से हो चुकी थी। जितेंद्र की पत्नी सपना और होने वाले दामाद राहुल के बीच प्रेम संबंध बन गए थे। मौका मिलते ही, 6 अप्रैल को, दोनों घर छोड़कर चले गए।
बेटी ने मां से सभी रिश्ते तोड़ लिए। परिवार ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई और आरोप लगाया कि सपना घर से जेवरात और रुपये लेकर फरार हो गई है। वहीं बेटी ने कह दिया—मां से अब कोई नाता नहीं रखना चाहती, बस वह जेवरात वापस दिलवा दे।
नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तारी
हफ्ते भर की छानबीन के बाद, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में यह मामला और ज्यादा सुर्खियों में आ गया जब सपना को राहुल के साथ नेपाल बॉर्डर के पास गिरफ्तार किया गया। पुलिस हिरासत में सपना ने अपनी सारी पीड़ा बयां की, और उसके बयान ने सोशल मीडिया पर खूब हलचल मचा दी।
वायरल बयान: पति की बेरुखी, शराब और मारपीट की दास्तां
वीडियो में सपना बोलती है– उसका पति शराबी था, बेरोजगार था और अक्सर पैसों के लिए मारपीट करता था। “एक बार 1500 रुपये ले लिए तो उसने बहुत पीटा। सुबह से शाम तक मारा—6-6 महीने कोई काम तक नहीं करता।” मकान भी नहीं बनवाया, ऊपर से शक करता रहा।
प्रेमी के साथ बिहार के रास्ते नेपाल तक
सपना राहुल के साथ बिना शादी किए नेपाल चली गई, महज मंगलसूत्र पहनकर निकली—न तो कोई गहना लिया, न रुपये। उसका कहना है– अब बस राहुल के साथ ही रहना है। पति के झूठे आरोपों से तंग आकर उसने घर छोड़ दिया।
बेटी और पति का शक, फोन पर लंबी बातें
सपना के ससुरालवालों का कहना है कि उसका राहुल से फोन पर लंबा संवाद चलता था। पति और बेटी दोनों शक करते—इन सब से परेशान होकर सपना ने नया रास्ता चुन लिया। राहुल ने सपना की भावनाओं को समझा और साथ निभाने का वादा किया, जिसे सपना ने स्वीकार लिया।
राहुल का घर छोड़ना और समाज में बवाल
राहुल अपने घरवालों को यह कहकर चला गया था कि कोई संपर्क न करे, वह लंबी यात्रा पर जा रहा है। कुछ घंटे बाद ये खबर जंगल में आग की तरह फैल गई, और दोनों परिवारों के बीच उथल-पुथल मच गई। आज पूरा इलाका इस सनसनीखेज मामले को लेकर चर्चा में है, जहां प्रेम, समाज और परिवार के सवाल फिर से सामने खड़े हैं।
परिवार परामर्श केंद्र में तकरार और काउंसीलिंग
मामला बढ़ने पर दोनों को परिवार परामर्श केंद्र तक लाया गया। जितेंद्र ने सपना पर जेवरात और नकदी ले जाने का आरोप लगाया, जबकि सपना ने पति द्वारा उत्पीड़न के आरोप लगाए। काउंसीलिंग के दौरान तमाम कोशिशों के बाद भी सपना राहुल के साथ ही जाने की जिद पर अड़ी रही। बच्चों के भावनात्मक पहलू पर बात हुई, मगर सपना ने साफ कर दिया कि जो झेला है, उसके बाद वह अब सिर्फ राहुल का सहारा ही चाहती है।
बच्चों की सुध नहीं ली, पति का रुख सख्त
सपना से उम्मीद थी कि वह बच्चों के लिए कुछ सोचेंगी, मगर उन्होंने खुद को राहुल के साथ सीमित कर दिया। दूसरी ओर, पति जितेंद्र ने कह दिया कि उसे अब सिर्फ गहने और रुपये वापस चाहिए, सपना चाहे कहीं भी जाए। इस मामले में पुलिस से गुहार भी लगाई गई।
मेडिकल जांच और कानूनी प्रक्रिया
काउंसीलिंग के साथ-साथ महिला का मेडिकल परीक्षण भी हुआ। दोनों बालिग हैं, इसलिए कानूनी रूप से सपना को उसकी मर्जी के मुताबिक भेजा गया। पुलिस के अनुसार, सारे नियमों का पालन किया गया।
आखिरकार 18 अप्रैल की शाम, सपना को राहुल और उनके परिजनों के साथ भेज दिया गया। विदाई के वक्त उसने सिर्फ इतना कहा, “अब हम दोनों साथ रहेंगे।”
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